Mangalik Dosh Karan Evam Nivaran PDF in Hindi | मंगलिक दोष कारण एवम् निवारण PDF
Mangalik Dosh Karan Evam Nivaran PDF in Hindi | मंगलिक दोष कारण एवम् निवारण PDF
मंगलिक दोष हिन्दू ज्योतिष शास्त्र में एक ऐसा दोष माना जाता है जो तब उत्पन्न होता है जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति विशेष रूप से अशुभ होती है। इसे “मंगली” भी कहा जाता है। यदि किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में मंगल ग्रह किसी विशेष स्थान पर स्थित हो, तो उसे मंगलिक दोष माना जाता है। यह दोष खासकर विवाह के संदर्भ में अधिक महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह विवाह के जीवन पर असर डाल सकता है।
Language: Hindi
Publisher: Diamond Publication
Published Date: AD 2005
Size: 4.4MB
Pages: 41
Author: Dr Bhojraj Dwibedi
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यह पुस्तक “मंगलीक दोष कारण एवं निवारण” डॉ. भोजराज द्विवेदी द्वारा लिखी गई है, जो विशेष रूप से मंगल दोष और इसके निवारण के उपायों पर आधारित है। पुस्तक में मंगलीक दोष के विभिन्न पहलुओं को विस्तार से समझाया गया है और इसके प्रभाव को कम करने के लिए उपयोगी उपायों का वर्णन किया गया है। अगर आप इस पुस्तक के बारे में और अधिक जानकारी चाहते हैं या इसे प्राप्त करना चाहते हैं, तो पुस्तक प्रकाशक डायमंड पॉकेट बुक्स (प्रा.) लि. से संपर्क कर सकते हैं, जो नई दिल्ली स्थित है।