Paniniya Dhatupath Niswar | पाणिनीय धातुपाठः निस्स्वरः PDF

Paniniya Dhatupathah Niswarah
पाणिनीय धातुपाठः निस्स्वरः

Paniniya Dhatupathah Niswarah | पाणिनीय धातुपाठः निस्स्वरः

पाणिनीय धातुपाठ निस्स्वर है। इसका अर्थ है कि इसमें केवल धातुओं (क्रियामूल शब्दों) की सूची दी गई है, लेकिन उनके स्वर (जैसे परस्मैपदी या आत्मनेपदी, लकार, आदि) का उल्लेख नहीं किया गया है। यह पाणिनि मुनि द्वारा रचित है और अष्टाध्यायी व्याकरण का आधार है।

Language: Sanskrit

Publisher: sanskritdocuments.org

Published Date: 2022

Size: 356 KB

Pages: 79

Author: Paninimuni

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पाणिनीय धातुपाठ निस्स्वर है, अर्थात इसमें केवल धातुओं की मूल सूची दी गई है, लेकिन उनके साथ स्वर या अन्य विस्तृत व्याकरणीय रूपों (जैसे परस्मैपदी, आत्मनेपदी, लकार आदि) का उल्लेख नहीं किया गया है। यह धातुपाठ पाणिनि द्वारा रचित अष्टाध्यायी का एक प्रमुख भाग है और संस्कृत व्याकरण का आधारभूत ग्रंथ माना जाता है।

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