Biography Of RamanujaCharya In Hindi | रामानुजाचार्य जीवनि हिन्दी PDF
Biography Of RamanujaCharya In Hindi .
“रामानुजाचार्य जीवनि “
Biography Of RamanujaCharya In Hindi | रामानुजाचार्य जीवनि हिन्दी PDF
रामानुजाचार्य ने विशिष्टाद्वैत (Qualified Non-Dualism) दर्शन की स्थापना की, जो अद्वैत वेदान्त के सिद्धांत से भिन्न था। जबकि अद्वैत वेदान्त में सब कुछ एक ही ब्रह्मा (ईश्वर) में लयित माना जाता है, विशिष्टाद्वैत के अनुसार ईश्वर, आत्मा और सृष्टि तीनों अलग-अलग हैं, लेकिन ईश्वर के द्वारा उत्पन्न और नियंत्रित हैं। इसके अनुसार, ईश्वर और जीवात्मा के बीच एक अंतर है, लेकिन दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।
Language: Hindi
Publisher: Motilal HasBasia Trust
Published Date: BS 2003
Size: 11.00MB
Pages: 188
Author: Chaturbedi Dwaraka Prasad Sharma
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रामानुजाचार्य (मूल नाम: रामानुज) भारतीय धार्मिक और दार्शनिक परंपरा के महान आचार्य थे, जिन्होंने विशिष्टाद्वैत (Qualified Non-Dualism) दर्शन की नींव रखी। उनका जीवन और योगदान भारतीय हिंदू धर्म के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। वे 1017 ईस्वी में तमिलनाडु के श्रीपुरम (वर्तमान कुम्भकोणम) में जन्मे थे। रामानुजाचार्य का योगदान विशेष रूप से वेदांत दर्शन, भगवद्गीता और भक्ति मार्ग के सिद्धांतों के क्षेत्र में था। रामानुजाचार्य का जन्म एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम केशव और माता का नाम कन्तिमती था। बचपन से ही रामानुजाचार्य का झुकाव धार्मिक अध्ययन और शास्त्रों की ओर था। वे संस्कृत के महान ज्ञाता थे और उन्होंने बचपन में ही वेद, उपनिषद, भगवद्गीता, और अन्य शास्त्रों का गहन अध्ययन करना शुरू कर दिया था।