Brahmacharya ki Sadhan | ब्रह्मचर्य की साधन PDF

Brahmacharya Sadhan ki Dhyan Dharana

ब्रह्मचर्य की साधन

 

Brahmacharya Sadhana ki Dhyan Dharana PDF

ब्रह्मचर्य की साधना एक गहन और दिव्य साधना है, जो ब्रह्म (ईश्वर) के स्वरूप और उनकी उपासना से जुड़ी होती है।

Language: Sanskrit

Publisher: Rohtak Haryana Sahitya Sansthan

Published Date:

Size: 294MB

Pages: 585

Author: Swami Omananda Saraswatee

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ब्रह्मचर्य की साधना एक गहन और दिव्य साधना है, जो ब्रह्म (ईश्वर) के स्वरूप और उनकी उपासना से जुड़ी होती है। “ब्रह्मचर्य” शब्द संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है – “ब्रह्म” (ईश्वर) और “वर्चस्” (प्रकाश या दिव्यता)। इस शब्द का अर्थ है ब्रह्म की दिव्यता या प्रकाश की प्राप्ति। यह साधना व्यक्ति को परम ब्रह्म के साथ एकत्व की स्थिति में पहुंचाने के लिए की जाती है, जिससे आत्मा और ब्रह्म के बीच का अंतर समाप्त हो जाता है।