Ratna Uparatna Nag-nagina | रत्न उपरत्न नग नगिना PDF

Ratna Uparatna Nag Nagina | रत्न उपरत्न नग नगिना PDF

रत्न, उपरत्न, नग, नगिना, और इनसे संबंधित ज्ञान भारत और विश्व की विभिन्न संस्कृतियों में गहराई से जुड़ा हुआ है। रत्न और उपरत्न को न केवल सौंदर्य और सजावट के लिए, बल्कि ज्योतिषीय, आध्यात्मिक और स्वास्थ्य लाभ के लिए भी उपयोग किया जाता है।

Language: Sanskrit, Hindi

Publisher: Ranadheer Publication

Published Date: AD 2001

Size: 3.8MB

Pages: 194

Author: p.kapil mohan ji

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रत्न और उपरत्नों का उपयोग ग्रहों के दोष दूर करने और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने के लिए किया जाता है। हर ग्रह से संबंधित एक प्रमुख रत्न और उसके विकल्प के रूप में एक उपरत्न होता है।