Sanskrit Sooktisagar | संस्कृत सूक्तिसागर PDF
Sanskrit Sooktisagarah
” संस्कृत सूक्तिसागर: “
Sanskrit Sooktisagar | संस्कृत सूक्तिसागर PDF
संस्कृत सूक्तिसागर संस्कृत भाषा के अमूल्य सूक्तियों (सुभाषित, नीति वचन, उपदेशात्मक श्लोक) का संग्रह है। इसमें जीवन को सही दिशा देने, नैतिकता का पालन करने, ज्ञान का महत्व समझाने और आध्यात्मिक उन्नति की प्रेरणा देने वाले वचनों को संग्रहित किया गया है। इस ग्रंथ में वैदिक साहित्य, महाभारत, रामायण, पुराण, नीति शास्त्र और अन्य ग्रंथों के बहुमूल्य शिक्षाओं को सरल रूप में प्रस्तुत किया गया है।
Language: Sanskrit
Publisher: Akhil Bharateeya Bikram Parishad Kashi
Published Date: BS 2014
Size: 192MB
Pages: 560
Author: Biranjilal Bajoria
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संस्कृत सूक्तिसागर संस्कृत भाषा के सुभाषितों, सूक्तियों और नीति वचनों का अनुपम संग्रह है। यह ग्रंथ न केवल भारतीय संस्कृति की गहराई को प्रदर्शित करता है, बल्कि जीवन के हर पहलू में मार्गदर्शन भी प्रदान करता है। इसमें सत्य, धर्म, अहिंसा, करुणा और ज्ञान जैसे गुणों को जीवन में अपनाने का संदेश दिया गया है। प्राचीन ग्रंथों जैसे वेद, उपनिषद, महाभारत, रामायण और नीति शास्त्र से लिए गए ये सुभाषित हमें यह सिखाते हैं कि सच्चाई, मेहनत, और संयम का पालन करते हुए किस प्रकार एक आदर्श जीवन जिया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर, “सत्यं वद, धर्मं चर” सत्य बोलने और धर्म का पालन करने की शिक्षा देता है, जबकि “विद्या ददाति विनयं” यह बताता है कि विद्या हमें विनम्र बनाती है।
संस्कृत सूक्तिसागर न केवल संस्कृत भाषा के प्रेमियों के लिए उपयोगी है, बल्कि हर व्यक्ति के लिए एक प्रेरणा स्रोत है। यह ग्रंथ जीवन की कठिन परिस्थितियों में दिशा दिखाने और समाज में नैतिकता की स्थापना करने का एक सशक्त माध्यम है।