Shrawani Upakarma Vidhi In Sanskrit Vaidik Vidhi PDF Download Of sanskrit Ebooks | श्रावणी उपाकर्म सम्पूर्ण संस्कृत मे पुस्तक डाउनलोड करे मुफ्त मे पिडिएफ़
Shrawani Upakarma Vidhi In Sanskrit Vaidik Vidhi श्रावणी उपाकर्म सम्पूर्ण संस्कृत मे
श्रावणी उपाकर्म, जिसे “ऋषि तर्पण” या “यज्ञोपवीत संस्कार” भी कहा जाता है, हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण संस्कार है।
Language: Sanskrit
Publisher: Sanskrit pustakalaya dot Com
Published Date: 2024
Size: 11.2 MB
Pages: 12
Author: Sanskrit Pustakalaya
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इसे मुख्य रूप से ब्राह्मणों द्वारा श्रावण मास (जुलाई-अगस्त) की पूर्णिमा को किया जाता है। इस दिन को “रक्षा बंधन” के दिन के रूप में भी मनाया जाता है। इस अनुष्ठान का मुख्य उद्देश्य व्यक्ति के आध्यात्मिक जीवन की शुद्धि और पुनर्जागरण करना है।
श्रावणी उपाकर्म में वेदों के अध्ययन की शुरुआत होती है और यज्ञोपवीत (जनेऊ) बदलने का विधि-विधान होता है। इसे “वेदारम्भ” का दिन भी कहा जाता है क्योंकि इस दिन वेदों का अध्ययन करने का संकल्प लिया जाता है। यज्ञोपवीत को बदलना और नया पहनना व्यक्ति की नई शुरुआत और शुद्धि का प्रतीक माना जाता है।
इस अवसर पर ऋषियों का तर्पण (पितरों का आह्वान और आशीर्वाद लेना) किया जाता है और पवित्र नदियों में स्नान करके व्यक्ति अपनी आत्मा को शुद्ध करने की कोशिश करता है।