Tiruppabai Godastuti Namawali in Devnagari PDF | तिरुप्पावै देवनागरी
Tiruppabai Godastuti Namawali तिरुप्पावै देवनागरी
Tiruppabai in Devnagari PDF तिरुप्पावै गोदस्तुति नमावली में भगवान श्री कृष्ण की स्तुति की जाती है। यह एक भक्ति मंत्र है जो विशेष रूप से दक्षिण भारत में लोकप्रिय है। इसे श्री चिन्ना जीयर स्वामिजी ने संग्रहित और संपादित किया है।
Publisher: Chinna Jeeyar . ORG
Published Date: Not available
Size: 13.72MB
Pages: 8
Author: Chinna Jeeyar Swamiji
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तिरुप्पावै गोदस्तुति नमावली दक्षिण भारत के विशेषतम भक्ति ग्रंथों में से एक है। इसमें भगवान श्री कृष्ण की असीम कृपा, उनके दिव्य रूप और उनके भक्तों के प्रति प्रेम की अभिव्यक्ति है। यह एक महत्त्वपूर्ण भक्ति पाठ है जिसे श्री चिन्ना जीयर स्वामिजी ने संकलित किया है। इस नमावली में भगवान कृष्ण के प्रति श्रद्धा और भक्ति को प्रकट किया गया है। भक्तगण इसे श्रद्धा के साथ पाठ करते हैं और भगवान की कृपा प्राप्त करने की कामना करते हैं। यह एक आध्यात्मिक और धार्मिक अभ्यास है जिसे विभिन्न मंदिरों और आश्रमों में नियमित रूप से पाठ किया जाता है। तिरुप्पावै गोदस्तुति नमावली के श्लोक भक्तों को आध्यात्मिक उन्नति, शांति और समृद्धि की प्राप्ति के लिए प्रेरित करते हैं। इसके श्लोकों का उच्चारण करने से मानसिक शांति और परमात्मा के प्रति भक्ति का अनुभव होता है।