Vaisheshik Darshan With Hindi | वैशेषिक दर्शन पण्डित राजाराम PDF
Vaisheshil Darshan | वैशेषिक दर्शन
Vaisheshik Darshan With Hindi PDF
महर्षि कणाद को कणाद ऋषि या उलूक ऋषि के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने वैशेषिक दर्शन की स्थापना की, जो भारतीय दर्शन की छः प्रमुख दर्शनों (षड्दर्शन) में से एक है।
Language: Sanskrit, Hindi
Publisher: Bambe press Lahour
Published Date: BS 1919
Size: 4.4MB
Pages: 165
Author: Maharshi Kanad, P. Rajaram
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वैशेषिक दर्शन भारतीय दर्शन की छः प्रमुख दर्शनों (षड्दर्शन) में से एक है, जिसके प्रवर्तक महर्षि कणाद माने जाते हैं। इस दर्शन का मुख्य आधार “पदार्थ” का विश्लेषण और उसकी प्रकृति को समझना है। वैशेषिक दर्शन में सृष्टि के सभी भौतिक और आध्यात्मिक तत्वों का गहन अध्ययन किया गया है।