Vyakaran Mahabhashyam ( Pratham Navanhik ) Translated in Hindi | व्याकरण महाभाष्यम् प्रथम नवाह्निकम् हिन्दी अनुवाद सहित PDF

Vyakaran Mahabhashyam ( Pratham Navanhik ) | व्याकरण महाभाष्यम् प्रथम नवाह्निकम् PDF

महाभाष्यम् केवल व्याकरणिक ग्रंथ नहीं है, बल्कि यह भाषा दर्शन, तर्कशास्त्र और सांस्कृतिक अध्ययन का आधारभूत स्रोत भी है। इसका अध्ययन भाषा विज्ञान के विद्यार्थियों को भाषा के गहरे सिद्धांतों को समझने में सहायक होता है।

Language: Sanskrit, Hindi

Publisher: Motilal Banarasi Das

Published Date: BS 2025

Size: 13.7MB

Pages: 728

Author: Patanjali Muni

source: link

पाणिनि, कात्यायन और पतंजलि द्वारा रचित “महाभाष्यम्” संस्कृत व्याकरण का अनुपम ग्रंथ है। इसमें पाणिनि के सूत्रों एवं कात्यायन के वार्तिकों पर पतंजलि ने विस्तारपूर्वक तर्कपूर्ण विवेचन किया है। महाभाष्यम् के प्रथम नवाह्निक में भाषा, व्याकरण, वर्ण, और ध्वनि सिद्धांतों पर विस्तार से चर्चा की गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *