Abhigyan Sakuntalam Hindi-Sanskrit | अभिज्ञान शाकुन्तलम् हिन्दी संस्कृत PDF
Abhigyan Sakuntalam Hindi Sanskrit PDF
अभिज्ञान शाकुन्तलम् (Abhijnana Shakuntalam) कालिदास द्वारा रचित एक विश्वप्रसिद्ध संस्कृत नाटक है। यह नाटक सात अंकों में विभाजित है और इसमें राजा दुष्यन्त तथा शकुन्तला की प्रेम कथा का सुंदर वर्णन है। इस कृति का हिंदी और संस्कृत दोनों में अध्ययन करने का महत्व है क्योंकि यह भारतीय साहित्य और संस्कृति का उत्कृष्ट उदाहरण है।
Language: Sanskrit
Publisher: Mahalaxmi Prakasan Aagara
Published Date:
Size: 48.2MB
Pages: 603
Author: Mahakavi Kali Dasa
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अभिज्ञान शाकुन्तलम् कालिदास का प्रसिद्ध नाटक है, जो प्रेम, शाप, और पुनर्मिलन की भावनाओं का सुंदर चित्रण करता है। इस नाटक में राजा दुष्यन्त और शकुन्तला के बीच गंधर्व विवाह के बाद उनके बीच घटित घटनाओं को दर्शाया गया है। शकुन्तला, जो ऋषि कण्व के आश्रम में पली-बढ़ी थी, दुष्यन्त से प्रेम करती है, लेकिन शाप के कारण राजा उसे पहचानने से इनकार कर देते हैं। शाप के प्रभाव से वह अपने प्रिय को भूल जाता है, लेकिन अंततः सत्य और प्रेम की शक्ति के कारण उनका मिलन होता है। इस नाटक में न केवल मानवीय भावनाओं की गहरी समझ है, बल्कि यह भारतीय समाज, संस्कृति और धर्म के सिद्धांतों को भी उजागर करता है। कालिदास ने इस कृति के माध्यम से प्रकृति, प्रेम, और परिवार के आदर्श रूप को प्रस्तुत किया है। यह नाटक भारतीय साहित्य का अमूल्य रत्न है और आज भी इसे पढ़ा और मंचित किया जाता है।