Brihad Indrajala PDF In Hindi | बृहत इन्द्र जाल

Brihad Indrajala PDF In Hindi
बृहत इन्द्र जाल

Brihat Indra Jak Hindi Me PDF

बृहत इन्द्रजाल एक संस्कृत ग्रंथ है, जो तंत्र, मंत्र, और जादू-टोना से जुड़ी रहस्यमय विद्या पर आधारित है।

Language: Sanskrit Hindi

Publisher: Durga Pustak Bhandar allahbad

Published Date:

Size: 26.6MB

Pages: 411

Author: Shree Mani Shukla

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बृहत इन्द्रजाल एक संस्कृत ग्रंथ है, जो तंत्र, मंत्र, और जादू-टोना से जुड़ी रहस्यमय विद्या पर आधारित है। इस ग्रंथ में विभिन्न तांत्रिक साधनाएँ, रक्षा कवच, और सुरक्षा मंत्रों के साथ-साथ अदृश्य शक्तियों का वर्णन मिलता है। इसे प्राचीन काल में विशेष रूप से सुरक्षा, अभिचार (तंत्र प्रयोग), और अदृश्य शक्तियों को प्रभावित करने के लिए पढ़ा और प्रयोग किया जाता था।

चेतावनी
बृहत इन्द्रजाल और इस प्रकार की तांत्रिक ग्रंथों के साथ कुछ सावधानियाँ रखना अत्यंत आवश्यक है:

प्रयोग और अभ्यास में खतरे – इन ग्रंथों में दिए गए मंत्र और साधनाएँ अत्यधिक शक्तिशाली मानी जाती हैं और इनके अनुचित उपयोग से व्यक्ति मानसिक, शारीरिक या आध्यात्मिक हानि का शिकार हो सकता है। बिना उचित ज्ञान और गुरु के मार्गदर्शन के बिना इनका अभ्यास करना खतरनाक हो सकता है।
संस्कार और तैयारी – कुछ मंत्र और प्रयोगों के लिए व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार होना आवश्यक है। अनुचित मानसिक स्थिति में इनका अभ्यास न करें क्योंकि इसके परिणाम अस्थिरता ला सकते हैं।
नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव – कुछ तंत्र प्रयोग और अभिचार से नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न हो सकती है, जो साधक या आस-पास के लोगों को प्रभावित कर सकती है। अतः यदि बिना संरक्षण के इसका उपयोग किया गया तो इसके दुष्परिणाम हो सकते हैं।
अनुचित लाभ के लिए प्रयोग – इस ग्रंथ का अनुचित लाभ (जैसे कि किसी को नुकसान पहुँचाने के लिए) लेना स्वयं साधक को हानि पहुँचा सकता है और इससे कर्म दुष्परिणाम भी हो सकते हैं।
सुझाव: अगर आपको तंत्र-मंत्र और इन विधाओं के प्रति उत्सुकता है तो किसी योग्य गुरु या जानकार व्यक्ति की देखरेख में ही इस दिशा में आगे बढ़ें। आध्यात्मिक और तांत्रिक ग्रंथों का उचित मार्गदर्शन में ही अध्ययन करना उचित माना जाता है।