HarTalika Vrata Katha with Poojanam in Hindi PDF । हरतालिका पूजन तथा ब्रत कथा ( तीज )
हरतालिका तीज ब्रत कथा । Hari Talika Vrata Katha With Hindi PDF
हरितालिका तीज हिंदू धर्म की महिलाओं का एक प्रमुख त्योहार है, जिसे विशेष रूप से माता पार्वती के कठोर तप और भगवान शिव के साथ उनके विवाह की कथा के आधार पर मनाया जाता है।
पौराणिक कथा के अनुसार, हिमालय के राजा की पुत्री पार्वती बचपन से ही भगवान शिव को अपना पति मानती थीं। भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए पार्वती ने कठोर तपस्या की। माता पार्वती की इस तपस्या से प्रसन्न होकर नारद मुनि ने राजा हिमालय को पार्वती की इच्छा के बारे में बताया। लेकिन राजा हिमालय ने पार्वती का विवाह भगवान विष्णु के साथ तय कर दिया। जब पार्वती को यह बात पता चली, तो उनकी सखी ने उन्हें अपहरण कर जंगल में छिपा दिया। वहीं पर पार्वती ने मिट्टी का शिवलिंग बनाकर तपस्या की। उनकी भक्ति और समर्पण से भगवान शिव प्रसन्न हुए और उन्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया। इसी दिन को हरितालिका तीज के रूप में मनाया जाता है। “हरितालिका” शब्द में ‘हरित’ का अर्थ ‘हर लेना’ और ‘आलिका’ का अर्थ ‘सखी’ है, जो इस कथा को दर्शाता है।