Nilimpa Kavyam Sanskrit Jeevanam ( Lalit Gadyam ) | संस्कृत-जीवनम् PDF

Sanskrit Jeevanam | संस्कृत-जीवनम्
त्रिपाठी डॉ. भास्कराचार्यः द्वारा रचित यह पुस्तक न केवल संस्कृत के शास्त्रीय स्वरूप को उजागर करती है, बल्कि इसके माध्यम से आधुनिक जीवन में भी संस्कृत के महत्व को रेखांकित करती है।
Language: Sanskrit
Publisher: Nag Publication
Published Date: 1997
Size: 28MB
Pages: 154
Author: tripathi Dr Bhakaracharya
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संस्कृत-जीवनम् एक ऐसा ग्रन्थ है, जिसमें संस्कृत भाषा के अद्भुत जीवन्तत्व और सांस्कृतिक गहराई को ललितगद्यम् की मधुर अभिव्यक्ति में प्रस्तुत किया गया है। त्रिपाठी डॉ. भास्कराचार्यः द्वारा रचित यह पुस्तक न केवल संस्कृत के शास्त्रीय स्वरूप को उजागर करती है, बल्कि इसके माध्यम से आधुनिक जीवन में भी संस्कृत के महत्व को रेखांकित करती है। इस ग्रन्थ में संस्कृत भाषा के विविध पहलुओं पर प्रकाश डाला गया है—कविता, निबंध, दार्शनिक विमर्श तथा नैतिक संदेश। लेखक ने संस्कृत की प्राचीन परंपरा, उसके साहित्यिक सौंदर्य और विचारों की व्यापकता को जीवंत भाषा में वर्णित किया है। उनकी लेखनी से पाठक न केवल भाषा की मधुरता का अनुभव करते हैं, बल्कि उसमें निहित गूढ़ ज्ञान और जीवनदर्शन से भी प्रेरणा प्राप्त करते हैं। राष्ट्रीय संस्कृतसंस्थान, नई दिल्ली के वितीय सहयोग से प्रकाशित यह ग्रन्थ, नाग प्रकाशक द्वारा बाज़ार में उतारा गया है। इसका प्रकाशन स्थल दिल्ली तथा चुनार-मिर्जापुर में स्थित प्रमुख केंद्रों से किया गया है, जिससे इसकी पहुँच भारतीय साहित्य प्रेमियों तक आसानी से हो सके।