Unadaikosha in Hindi PDF | उणादिकोष

 

Unadaikosha in Hindi PDF

उणादिकोष – उणादयो बहुलम् (३-३-१) सूत्र में पठित- आदि एवं ‘बहुलम् पद की व्याख्या के अन्तर्गत आ जाता है

Language: Sanskrit Hindi

Publisher: Shreemati Mithiles Kumari

Published Date:

Size: 44.5MB

Pages: 333

Author: Satya Vrata Shastri

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. उणादिकोष को “कृत्परिशिष्ट” भी कहते हैं, भगवान् पाणिनि मुनि ने जैसे तद्धितप्रत्ययों एवं प्रकृतियों की अनन्तता को “शेषे” (अ० ४-२-६१) सूत्र में पर्यवसान किया है, उसी प्रकार कृत्प्रत्ययों एवं प्रकृतियों की अनन्तता को “उणादयो बहुलम्” इस सूत्र में परिसमाप्त किया है वैयाकरण को “ऊहज्ञ” होना चाहिए, “ओहब्राह्मणासो विचरन्त्युत्वे” (ऋ० १०-७१-०)

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