Unadi Koshah Created By Paninimuni | उणादिकोषः महर्षि पाणिनि द्वारा विरचित [ PDF ]
Unadikosh of Paninimuni
श्रीमन्मुनिपाणीनिप्रणीतः उणादिकोषः महर्षि पाणिनि द्वारा विरचित। यह पुस्तक संस्कृत और हिंदी में उपलब्ध है।
Category: Stotram
Publisher: Shreemati Mithilesh Kumari
Published Date:
Size: 44.5MB
Pages: 333
Author: PaniniMuni, Vritikar- Satyavrata Shastri
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उणादिकोषः महर्षि पाणिनि द्वारा रचित एक अद्वितीय और बहुमूल्य ग्रंथ है, जो संस्कृत व्याकरण के गहन अध्ययन और अनुसंधान का आधार है। यह ग्रंथ संस्कृत भाषा की समृद्ध परंपरा और उसके स्वरूप को समझने में सहायक है। उणादिकोषः में उणादि प्रत्ययों के माध्यम से शब्दों की उत्पत्ति और उनके व्युत्पत्तिशास्त्र का विस्तार से वर्णन किया गया है। इस ग्रंथ का अध्ययन न केवल विद्वानों के लिए उपयोगी है, बल्कि संस्कृत भाषा के छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए भी आवश्यक है। उणादिकोषः में वर्णित नियम और संरचनाएँ संस्कृत व्याकरण की जटिलताओं को सरलता से समझने का मार्ग प्रशस्त करती हैं। यह ग्रंथ मुख्यतः स्तोत्र वर्ग में आता है और संस्कृत तथा हिंदी भाषाओं में उपलब्ध है। इसकी कुल 333 पृष्ठों की सामग्री में गहन ज्ञान समाहित है। उणादिकोषः भाषा विज्ञान का ऐसा स्रोत है, जो पाणिनीय परंपरा की महानता को दर्शाता है। इस ग्रंथ को डिजिटल रूप में उपलब्ध कराने के प्रयासों ने इसे व्यापक रूप से सुलभ बना दिया है। पाठक इसे डाउनलोड कर सकते हैं या इसे भौतिक रूप में खरीद सकते हैं। उणादिकोषः भारतीय संस्कृति, परंपरा, और भाषा विज्ञान की अनमोल धरोहर है।